कांग्रेस नेताओं ने निगम तिराहे पर मनरेगा के नाम बदलने के विरोध में किया प्रदर्शन, कहा
केंद्र सरकार को घेरा और की नारेबाजी
मनरेगा का नाम बदलने के विरोध में रविवार दोपहर कांग्रेस ने निगम तिराहे पर ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार को घेरा और नारेबाजी की। रघुपति राघव राजा राम का गीत भी गाए। प्रदर्शन के दौरान महात्मा गांधी के वेशभूषा में बुजुर्ग चंद्रकुमार कसेरा आकर्षण का केंद्र रहे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार महात्मा गांधी का नाम हटाया ही नहीं बल्कि मजदूरों से रोजगार छीनने का कार्य किया है।
राम करोड़ों लोगों के आराध्य हैं
शहर अध्यक्ष प्रतिभा रघुवंशी ने कहा भगवान राम का नाम आस्था, विश्वास, मर्यादा का पर्याय है। राम करोड़ों लोगों के आराध्य हैं, किसी सरकारी योजना के अंग्रेजी के कुछ अक्षरों तक उन्हें नहीं समेट सकते हैं। उनका नाम लघु समूह आर-एम-ए-एम नहीं, राम का नाम लेकर गरीब के साथ षड्यंत्र करना पाप है।
भाजपा ने 11 वर्षों तक लाभ उठाया है
कांग्रेस अध्यक्ष ( ग्रामीण ) उत्तम सिंह ने कहा मनरेगा 2005 से लगातार 20 देश के गरीबों आदिवासियों और मजदूर वर्ग को रोजगार दे रहा है। इस योजना को रोजगार देने तक सीमित नहीं रही, बल्कि अर्थव्यवस्था की मजबूत रीढ़ बन चुकी है। भाजपा ने 11 वर्षों तक लाभ उठाया है। कांग्रेस नेता राजनारायण सिंह ने कहा कि गांधी कोई बोर्ड पर लिखा नाम नहीं है, गांधी खेत में खड़ा वो मजदूर है, जो काम मांगते हुए आंखों में आंख डालकर बोलता है।
गांधी का नाम हटाना उनके सम्मान पर सीधा आघात
कांग्रेस नेता डॉ मुनीश मिश्रा ने कहा कि मनरेगा से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाना उनके सम्मान पर सीधा आघात है। इस अवसर पर कैलाश हरि पटेल, विकास व्यास, दीपक मुल्लू राठौर, प्रेमांशु जैन, शेख फरीद, मनोज मंडलोई, शब्बीर कादरी, आसिम पटेल, रमेश गुरबानी आदि कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन किया।