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क्या रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म हो गया ? जानें क्या है जेलेंस्की का 20 सूत्री मास्टर प्लान

Ceasefire: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए 20 सूत्री शांति योजना का खुलासा किया है।

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भारत

Dec 24, 2025

Trump Zelensky peace proposals
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की। (फोटो: X Handle Lev.)

Peace Framework: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा लंबा युद्ध समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 24 दिसंबर 2025 को एक संशोधित 20 सूत्री शांति योजना का खुलासा किया है। यह योजना अमेरिका और यूक्रेन के बीच लंबी बातचीत के बाद तैयार हुई है। पहले की 28 सूत्री प्रस्तावना को यूक्रेन की आपत्तियों के बाद घटा कर 20 बिंदुओं में बदल दिया गया। ज़ेलेंस्की ने पत्रकारों से कहा कि इस योजना में यूक्रेन की अधिकतर मांगें शामिल हैं, लेकिन कुछ मुद्दों पर अभी सहमति नहीं बनी है।

युद्ध जल्द समाप्त हो सकता है

यह योजना युद्ध रोकने, सुरक्षा की गारंटी देने और यूक्रेन के पुनर्निर्माण पर केंद्रित है। अमेरिका ने इस मसौदे को रूस को सौंप दिया है, और मॉस्को से जल्द जवाब की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर रूस सहमत होता है, तो युद्ध जल्द समाप्त हो सकता है, लेकिन क्षेत्रीय विवाद अभी भी बड़ी चुनौती बने हुए हैं।

शांति योजना की मुख्य विशेषताएं: क्या कहते हैं 20 बिंदु ?

ज़ेलेंस्की ने योजना के प्रमुख बिंदुओं का विस्तार से जिक्र किया। यह योजना यूक्रेन की संप्रभुता को मजबूत करने, सुरक्षा सुनिश्चित करने और आर्थिक विकास पर जोर देती है। मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

यूक्रेन की संप्रभुता की पूरी पुष्टि की जाएगी। सभी हस्ताक्षर करने वाले देश इसे मान्यता देंगे।
रूस और यूक्रेन के बीच पूर्ण गैर-आक्रमण समझौता होगा। संपर्क रेखा पर अंतरिक्ष आधारित निगरानी तंत्र स्थापित किया जाएगा।

यूक्रेन को मजबूत सुरक्षा गारंटी मिलेगी, जिसमें अमेरिका, नाटो और यूरोपीय देश शामिल होंगे। अगर रूस फिर हमला करता है, तो समन्वित सैन्य कार्रवाई और प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
शांति काल में यूक्रेन की सेना 8 लाख सैनिकों की रहेगी।
यूक्रेन जल्द यूरोपीय संघ का सदस्य बनेगा और बाजार में विशेष सुविधाएं मिलेंगी।
यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए बड़ा आर्थिक पैकेज होगा, जिसमें अमेरिका और यूरोप से अरबों डॉलर का निवेश शामिल है। प्रौद्योगिकी, गैस инфраструктура और खनिज संसाधनों पर फोकस होगा।
यूक्रेन, अमेरिका और रूस मिल कर ज़ापोरिज़िया न्यूक्लियर प्लांट का संचालन करेंगे।
युद्धबंदियों का पूर्ण आदान-प्रदान होगा, जिसमें बच्चे और राजनीतिक कैदी भी शामिल हैं।
समझौते के बाद यूक्रेन में जल्द चुनाव कराए जाएंगे।

पूर्ण युद्धविराम तुरंत लागू होगा, अगर सभी पक्ष सहमत हों।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अध्यक्षता वाली शांति परिषद इसकी निगरानी करेगी।

क्षेत्रीय मुद्दे: सबसे बड़ी चुनौती डोनबास और ज़ापोरिज़िया

योजना के ज्यादातर बिंदुओं पर यूक्रेन और अमेरिका सहमत हैं, लेकिन दो मुख्य मुद्दों पर अभी गतिरोध है। पहला है डोनेट्स्क, लुहांस्क, ज़ापोरिज़िया और खेरसोन क्षेत्रों का भविष्य। ज़ेलेंस्की ने कहा है कि वर्तमान संपर्क रेखा को अस्थायी रूप से मान्यता दी जाएगी। अमेरिका फ्री इकोनॉमिक जोन या डेमिलिटराइज़्ड जोन का प्रस्ताव दे रहा है, जहां कोई सैन्य तैनाती नहीं होगी।

कोई भी क्षेत्रीय बदलाव जनमत संग्रह या संसद की मंजूरी से ही होगा

यूक्रेन चाहता है कि रूस कुछ क्षेत्रों से सेना हटाए, जबकि रूस पूरे डोनबास पर नियंत्रण मांग रहा है। ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि कोई भी क्षेत्रीय बदलाव जनमत संग्रह या संसद की मंजूरी से ही होगा। दूसरा विवाद ज़ापोरिज़िया न्यूक्लियर प्लांट पर है, जिसे रूस ने कब्जा रखा है। अमेरिका संयुक्त संचालन चाहता है, लेकिन यूक्रेन रूस की भूमिका का विरोध कर रहा है।
क्रेमलिन ने अभी तक सकारात्मक संकेत नहीं दिए हैं। रूसी अधिकारी कह रहे हैं कि वे अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे।

क्या युद्ध जल्द खत्म होगा ? विशेषज्ञों की राय

यह योजना युद्ध समाप्ति की दिशा में बड़ा कदम है, लेकिन सफलता रूस की प्रतिक्रिया पर निर्भर है। अगर मॉस्को सहमत होता है, तो 2026 की शुरुआत में युद्धविराम हो सकता है। हालांकि, क्षेत्रीय दावों और सुरक्षा गारंटी पर मतभेद गहरे हैं। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यह योजना यूक्रेन की गरिमा और सुरक्षा को प्राथमिकता देती है।

यूरोपीय संघ और नाटो भी यूक्रेन के पक्ष में खड़े हुए

अंतरराष्ट्रीय समुदाय उम्मीद कर रहा है कि ट्रंप प्रशासन की मध्यस्थता से बात आगे बढ़ेगी। यूरोपीय संघ और नाटो भी यूक्रेन के पक्ष में खड़े हुए हैं। अगर रूस अस्वीकार करता है, तो युद्ध जारी रह सकता है। फिलहाल, दुनिया की नजरें मॉस्को के जवाब पर टिकी हैं। यह शांति प्रयास न केवल यूक्रेन-रूस के लिए, बल्कि पूरे यूरोप की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि जल्द सकारात्मक परिणाम आएं।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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