AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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किशनगंज कस्बे में पिछले माह को हुई मंदिर में चोरी की जांच के दौरान पुजारी से पूछताछ करना लोगों को पसंद नहीं आया। जैसे ही लोगों को मंदिर के पुजारी से पूछताछ की सूचना मिली, वे जमा हो गए और थाने जाकर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लर्गे। बाद में अधिकारियों ने लोगों से समझाइश की।
किशनगंज. कस्बे में 28 नवंबर को हुई मंदिर में चोरी की घटना ने तूल पकड़ लिया है। उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर को थाना परिसर से बाहर बने माता मंदिर में अज्ञात लोगों ने चोरी की वारदात कर दी थी। इस दौरान पुलिस ने जांच के दौरान जब पुजारी से पूछताछ की तो ग्रामीण भडक़ गए और थाने पर जमा हो गए। यहां पर लोगों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस विषय पर परिजनों व ग्रामीणों द्वारा मारपीट के मामले में वृताधिकारी को परिवाद दिया गया।
यह है मामला
28 नवंबर को मंदिर में हुई चोरी के दौरान चांदी की नथ, टिकला, कड़े, पायल, छत्र, मुकुट व 1 सोने का मंगलसूत्र चोरी हुआ था। इनकी कीमत अनुमानित 2 लाख रुपए बताई गई थी। मामले की जांच के लिए पुलिस ने मंदिर के पुजारी से पूछताछ की। हालांकि पूछताछ के बाद पुजारी को घर भेज दिया गया। जैसे ही लोगों को इसका पता चला, परिजन व ग्रामीणों ने थाना परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन कर पुलिस का विरोध किया। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने पूजा कर रहे घर के सदस्य को बुलाया और मारपीट की। इससे पुजारी सत्यनारायण गोस्वामी के हाथ पर चोट आ गई। इस मामले में थाना अधिकारी रमेशचंद मेरोठा ने बताया कि पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पूछताछ के बाद पुजारी को घर भेज दिया गया था। चोरी की घटना में पूछताछ करना भी जरूरी था।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद
प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों लोगों की भीड़ थाना परिसर के बाहर जमा हो गई, इसमें महिला वर्ग भी शामिल रहा। इसी दौरान वृताधिकारी व किशनगंज उपखंड अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने समझाइश का प्रयास किया। इसी दौरान किसान महापंचायत के पदाधिकारी भी विषय की गंभीरता को समझते हुए मौजूद रहे। इस दौरान महिलाओं ने महिला कांस्टेबल पर अभद्र भाषा के प्रयोग करने पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान महिला कांस्टेबल ने भी परिवाद दिया है।
परिजनों, ग्रामीणों व महिला पुलिस कांस्टेबल द्वारा दिए गए दोनों परिवादों की जांच की जा रही है। हमारा प्रथम कर्तव्य शांति बनाए रखना है। जिसने भी अपराध किया है, उसे सजा दी जाएगी। उसको सजा देना है। अभद्र भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हरिराम सोनी, बारां वृताधिकारी
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
13 Dec 2025 10:51 pm


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