AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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Share Market Updates: भारतीय शेयर बाजार बीते चार महीनों से भारी उतार-चढ़ाव का सामना कर रहा है। 26 सितंबर 2024 को भारतीय कंपनियों की कुल बाजार (Share Market Updates) पूंजी जहां 480 लाख करोड़ थी, वहीं अब यह गिरकर 400 लाख करोड़ रुपए पर आ गई है। यानी निवेशकों के कुल 80 लाख करोड़ रुपए डूब चुके हैं। इस हफ्ते ही निवेशकों की संपत्ति में 24 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई है।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार महीनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। 27 सितंबर से अब तक सेंसेक्स में 10,039 अंकों (11.7%) की गिरावट (Share Market Updates) दर्ज की गई है, जबकि निफ्टी इसी दौरान 12.8% टूटा है।

शुक्रवार को सेंसेक्स 199 अंक गिरकर 75,939 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 0.44% गिरकर 22,929 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भारी गिरावट (Share Market Updates) रही, जिससे ब्रॉडर मार्केट पूरी तरह लहूलुहान हो गया।
| इंडेक्स | शुक्रवार की गिरावट | साप्ताहिक गिरावट | 4 माह की गिरावट |
|---|---|---|---|
| सेंसेक्स | -0.26% | -3.27% | -11.7% |
| निफ्टी 50 | -0.44% | -3.43% | -12.8% |
| बीएसई 500 | -1.30% | -8.16% | -16.2% |
| मिडकैप | -2.59% | -14.88% | -20.1% |
| स्मॉलकैप | -3.30% | -18.58% | -21.6% |
| माइक्रोकैप | -3.42% | -17.18% | -21.8% |
| सेक्टर | गिरावट (%) |
|---|---|
| बीएसई पीएसयू | -2.49 |
| बीएसई इंफ्रा | -3.01 |
| इंडस्ट्रियल्स | -3.03 |
| कैपिटल गुड्स | -2.76 |
| निफ्टी हेल्थकेयर | -2.46 |
| निफ्टी फार्मा | -2.87 |
| निफ्टी मीडिया | -3.40 |
भारतीय शेयर बाजार (Share Market Updates) पहले से ही विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली और कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों के कारण दबाव में था। इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित पारस्परिक टैरिफ नीति ने बाजार (Share Market Updates) को और झटका दिया। ट्रंप की इस नीति के तहत अमेरिका उन देशों पर टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है जो अमेरिकी कंपनियों के खिलाफ उच्च टैरिफ लागू करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस नीति से भारत को अन्य एशियाई देशों की तुलना में अधिक नुकसान हो सकता है। इसका सीधा असर भारतीय कंपनियों के निर्यात पर पड़ेगा, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है।
शुक्रवार को 504 शेयरों में 20% तक का लोअर सर्किट लगा। इनमें सेनको गोल्ड, ऑर्किड फार्मा, टार्क, सियाराम सिल्क मिल्स, आईटीआई, 63 मून्स, कॉनकॉर्ड बायोटेक जैसी कंपनियां शामिल थीं।
विश्लेषकों का मानना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर दबाव बना रह सकता है। इलारा कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार, निकट भविष्य में बाजार (Share Market Updates) में स्थिरता की संभावना कम दिख रही है। निवेशकों को सतर्कता बरतने और अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों में ही निवेश करने की सलाह दी जा रही है।
भारतीय शेयर बाजार (Share Market Updates) इस समय भारी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। चार महीनों में निवेशकों के 80 लाख करोड़ रुपए डूब चुके हैं, और अमेरिकी टैरिफ (Trump Tariff) वॉर ने इस स्थिति को और खराब कर दिया है। निवेशकों को समझदारी से निवेश करने और बाजार के रुझान पर बारीकी से नजर रखने की जरूरत है।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
15 Feb 2025 10:06 am


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हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है
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