Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

क्या आप मानसिक थकान महसूस कर रहे हैं? ये संकेत हो सकते हैं कम मैग्नीशियम के

अगर आप मानसिक थकान, चिंता या नींद में समस्या महसूस कर रहे हैं, तो यह कम मैग्नीशियम के संकेत हो सकते हैं। इसकी कमी से मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
What is the role of magnesium in mental health
What is the role of magnesium in mental health

Mental Health: अगर आप भी लगातार थका हुआ महसूस करते हैं, मेंटल एनर्जी की कमी महसूस करते हैं या आपका मूड़ उतार-चढ़ाव में रहता है, तो यह समय है अपने शरीर की जांच करने का। एक प्रमुख कारण जो अक्सर नजरअंदाज हो जाता है, वह है मैग्नीशियम की कमी। कम मैग्नीशियम स्तर शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे मानसिक थकान और अन्य लक्षण कम मैग्नीशियम का संकेत हो सकते हैं।

क्या है मानसिक स्वास्थ्य में मैग्नीशियम की भूमिका : What is the role of magnesium in mental health

मैग्नीशियम एक अत्यंत महत्वपूर्ण मिनरल है, जो शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों में भूमिका निभाता है। यह मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के कार्य, रक्त शर्करा के स्तर और रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसके अलावा, यह प्रोटीन, हड्डी और डीएनए के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान करता है। मस्तिष्क के कार्य और मानसिक स्थिति में सुधार करने के लिए भी मैग्नीशियम जरूरी है, क्योंकि यह झिल्ली फॉस्फोलिपिड के निर्माण में शामिल होता है। इसकी कमी से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

यह भी पढ़ें:Stomach Pain and Infection: क्या आपका पेट दर्द इन्फेक्शन का संकेत है?

मैग्नीशियम की कमी के कारण खराब मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण : Signs of poor mental health due to magnesium deficiency

मानसिक थकान और असमर्थता

अगर आप खुद को निरंतर थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो यह मैग्नीशियम की कमी का एक सामान्य संकेत हो सकता है। मैग्नीशियम शरीर को ऊर्जा देने में मदद करता है और न्यूरोट्रांसमिटर्स के कामकाज को सही बनाए रखता है। इसकी कमी से मानसिक थकान और अवसाद जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

उदासी और चिंता की भावना

मैग्नीशियम का न्यूरोट्रांसमिटर्स पर गहरा प्रभाव होता है, जो मानसिक स्वास्थ्य को नियंत्रित करते हैं। इसकी कमी से चिंता, तनाव, और उदासी जैसी भावनाओं का अनुभव हो सकता है। कई अध्ययन यह दर्शाते हैं कि जो लोग कम मैग्नीशियम वाले होते हैं, वे अधिक उदास और चिंतित महसूस करते हैं।

नींद में समस्या

अगर आप सोने में परेशानी महसूस कर रहे हैं या नींद में गहरी कमी हो रही है, तो यह भी कम मैग्नीशियम के कारण हो सकता है। मैग्नीशियम शरीर में गहरी और शांत नींद के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से अनिद्रा या नींद में विघ्न उत्पन्न हो सकते हैं।

फोकस की कमी

मैग्नीशियम की कमी मानसिक फोकस और ध्यान में समस्या उत्पन्न कर सकती है। अगर आपको ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो रही है, या आप अक्सर चीज़ें भूल जाते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी है।

मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी

मैग्नीशियम मांसपेशियों के संकुचन और रिलेक्सेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप लगातार मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी या झनझनाहट महसूस कर रहे हैं, तो यह मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है, जो मानसिक स्थिति पर भी असर डालता है।

मैग्नीशियम की कमी से बचाव के उपाय

मैग्नीशियम से भरपूर आहार: अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, बीज, नट्स, और साबुत अनाज शामिल करें। ये सभी मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत होते हैं।

मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स: अगर आपके आहार से पर्याप्त मैग्नीशियम नहीं मिल रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स का सेवन करें।

यह भी पढ़ें: 2 मिनट में आ जाएगी नींद, आर्मी वाले अपनाते हैं इसे, जानें आप

ध्यान और व्यायाम: मानसिक शांति के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है और मैग्नीशियम अवशोषण को भी बढ़ा सकता है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar