Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

कोरोना के बहाने बंद कर दी व्यवस्था, अब भटक रहे मरीज व उनके परिजन

ड्रग्स डिलीवरी ऑन द बेड स्कीम योजना बंद होने से परेशानी भुगत रहे भर्ती मरीज

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
sms
sms

देवेंद्र सिंह राठौड़

जयपुर.कोरोना संक्रमण भले ही दम तोड़ चुका है, लेकिन सवाई मानसिंह अस्पताल में उसका बहाना बनाकर बंद की गई भर्ती मरीजों को बेड पर दवा पहुंचाने की व्यवस्था अभी तक दोबारा शुरू नहीं हो पाई है। जिसके कारण अस्पताल में मरीज व उनके परिजन दवाओं के लिए भटकने को मजबूर है। अव्यवस्था के कारण वार्डों के बाहर लपकागिरी हावी हो रही है। अस्पताल प्रशासन इससे अनजान बना हुआ है।

सितंबर 2018 में तत्कालीन अधीक्षक ने मरीज को बेड पर ही दवा पहुंचाने की ड्रग्स डिलीवरी ऑन द बेड योजना लागू की थी। नई व्यवस्था के तहत डॉक्टर की पर्ची को वार्ड में तैनात नर्सिंग कर्मी एकत्र करके वार्ड बॉय के माध्यम से दवा वितरण केंद्र तक पहुंचाता था। जहां से फार्मासिस्ट उन दवाओं को मरीजों के बेड तक पहुंचाता था। अब मरीज के परिजन को दवाओं के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। कई मरीज ऐसे भी होते हैं, जो लावारिस मिलते या फिर जो दुर्घटना या अचानक बीमार होने के कारण अकेले ही अस्पताल में इलाज के लिए लाए जाते हैं। ऐसे मरीजों को भर्ती करने के बाद दवाओं के लिए परेशानी होना पड़ रहा है। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में ज्यादातर वार्डों के बाहर दवा वितरण काउंटर खोले जा चुके हैं। नए और खोले जा रह हैं।

अभी तक बंद व्यवस्था

अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि अस्पताल को जब कोविड अस्पताल घोषित किया गया था। उसके बाद यह व्यवस्था बंद कर दी गई। जो अभी पूरी तरह से बंद पड़ी है।

वसूल रहे मनमाफिक दाम

अस्पताल प्रशासन की अनदेखी का फायदा लपके उठा रहे हैं। वे वार्डों, आईसीयू, ओटी के बाहर घूमते देखे जाते हैं। दवा वितरण केंद्र पर जो दवा नहीं मिलती है, उसकी पर्ची मरीज व उसके परिजन के हाथ से लपक लेते हैं और उसे निजी मेडिकल स्टोर से लाकर वार्ड में पहुंचा देते हैं। इससे मरीजों की जेब भी कट रही है।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar