AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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नवनीत मिश्र
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन फरवरी में हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि इस बार भी दिल्ली में ही अधिवेशन करने की तैयारी है। यह अधिवेशन दो चरणों होने वाले बजट सत्र के ब्रेक टाइम यानी फरवरी के मध्य में हो सकता है। बजट सत्र की वजह से सारे सांसद पहले से दिल्ली में रहते हैं तो यहीं पर अधिवेशन करने में पार्टी को सहूलियत होगी। पिछली बार 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 17-18 फरवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अधिवेशन से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करा लेने की तैयारी है, जिससे कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन तीन साल के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष की कुर्सी संभालेंगे। राष्ट्रीय अधिवेशन में उनके नाम का अनुमोदन होगा। इस अधिवेशन में देश के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा कर पार्टी प्रस्ताव पारित करेगी। हालांकि, अभी तिथि और स्थान तय नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि भारत मंडपम में ही आयोजन करने की तैयारी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम जैसे चुनावी राज्यों के लिए विशेष संकल्प पारित हो सकता है। असम में तो पार्टी पहले से सत्ता में है, ऐसे में यहां के लिए पार्टी आक्रामक रुख तो अख्तियार नहीं करेगी, लेकिन विपक्ष शासित बंगाल और तमिलनाडु से जुड़े मुद्दों पर पार्टी अधिवेशन मुखर होकर विशेष संकल्प पारित कर सकती है। बंगाल में घुसपैठ, तुष्टीकरण और तमिलनाडु में सनातन विरोध को मुद्दा बनाया जा सकता है।
राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित शीर्ष नेतृत्व, राष्ट्रीय परिषद, प्रदेश परिषद के सदस्य, राष्ट्रीय पदाधिकारी, सभी सांसद, विधायक, मेयर से लेकर जिलाध्यक्ष भाग लेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के मोर्चा पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे। तीन हजार से अधिक लोग इस अधिवेशन का हिस्सा बन सकते हैं।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Updated on:
20 Dec 2025 03:52 pm
Published on:
20 Dec 2025 03:41 pm


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