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मवेशी बने मुसीबत: हाइवे पर मवेशियों के झुंड रोक रहे रास्ता, नहीं छोड़े जा रहे जंगल

-किसान संघ ने कहा-जल्द गड्ढे नहीं भरे तो रोपेंगे धान, करेंगे प्रदर्शन

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मवेशी बने मुसीबत: हाइवे पर मवेशियों के झुंड रोक रहे रास्ता, नहीं छोड़े जा रहे जंगल
मवेशी बने मुसीबत: हाइवे पर मवेशियों के झुंड रोक रहे रास्ता, नहीं छोड़े जा रहे जंगल

नर्मदापुरम. बैतूल-नर्मदापुरम और बुदनी-मिडघाट के बीच के नेशनल हाइवे-फोरलेन पर आवारा मवेशियों के झुंड बैठे रहने से लोगों को वाहनों से आवागमन में भारी दिक्कतें हो रही है। खासकर रात में एक्सीडेंट हो रहे। मवेशियों को हॉककर जंगल में नहीं छोड़ा जा रहा है। न तो एनएचआई-एमपीआरडीसी ध्यान दे रही न ही नगरपालिका। बारिश के कारण सड़कें वैसे ही उखड़ चुकी है। रात के समय में पसरे अंधेरे व सन्नाटे के कारण वाहन चलाना भी बेहद मुश्किल हो रहा है। बारिश का पानी सड़कों के ऊपर से बहने एवं गड्ढों के कारण वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो रहे। वाहन चालकों ने हाइवे अथॉरिटी एवं एमपीआरडीसी के अधिकारियों से सड़क की मरम्मत जल्द कराने की मांग की है। इधर, भारतीय किसान संघ के संभागीय प्रचार-प्रसार प्रमुख शिवमोहन सिंह ने बताया कि अगर जल्द ही हाइवे के हालात नहीं सुधरे तो संघ आंदोलन करेगा। पानी से भरे गड्ढों में धान रोपी जाएगी।

सैकड़ों की संख्या में मवेशी, कैसे चले हम..

.राहगीरों, वाहन चालकों ने बताया कि दिन हो या रात। हाइवे पर सैकड़ों मवेशी बैठे रहते हैं। जुगाली करते हैं। हटाने के बाद भी नहीं हटते। कई बार तो इनके लडऩे के कारण भी टकराने के कारण वाहन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। दरअसल बारिश के कारण पालकों ने अपने दुधारू पशुओं को सार व खेत में बांधकर रखने के बजाए खुले छोड़ दिए हैं। नगरपालिका इन्हें पकड़कर बाड़ेनुमा कांजी हाउस, गौशाला में भी नहीं रख रही। न ही इन्हें केसला, बुदनी के जंगल में छोड़ा जा रहा है। इस समस्या का हल जल्द होना चाहिए।

महंगे टोल देने के बाद भी सफर आसान नहीं

जुलाई माह में हुई बारिश से बैतूल, इटारसी, नर्मदापुरम इससे आगे बुदनी, मिडघाट, बरखेड़ा और मंडीदीप के पास तक की हाइवे की रोड पर दो बार वाहन चालकों, मुसाफिरों, वाहन चालकों को महंगा टोल टैक्स चुकाना पड़ता है। लेकिन इसके बाद भी सफर आसान नहीं है। गडढों वाली सड़क से दचके खाते हुए आवागमन करना करना पड़ रहा। बता दें कि एनएचएआई और एमपीआरडीसी ने करोड़ों रुपए खर्च करके बीते माहों में इसका मेंटेनेंस भी करवाया था। लेकिन इसके बाद भी गुणवत्ता हीन कार्य के कारण सड़क पर कई हिस्सों में पोल खुल रही है

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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