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Goods and Services Tax की शुरुआत 1 जुलाई 2017 को की गई थी। सरकार का इसे लाने का मकसद पुरानी जटिल टैक्स व्यवस्था को खत्म करना था। यह एक अप्रत्यक्ष कर प्रणाली है, जिसने सर्विस टैक्स, वैल्यू एडेड टैक्स (वैट), कस्टम ड्यूटी, एक्साइज ड्यूटी जैसे कई करों का स्थान ले लिया। ये टैक्स राज्यों में अलग-अलग थे और टैक्स व्यवस्था में भ्रम पैदा करते थे। जीएसटी ने इन सभी करों को एक टैक्स में जोड़ दिया है, जिससे कारोबारी, ग्राहक और सरकार के लिए करों का प्रबंधन करना आसान हो गया है।

Title Imageबुरहानपुर में जीएसटी की रेड, बादशाह स्टील,गोविंददास सराफ ज्वेलर्स पर पहुंची टीम

बुरहानपुर


यूपी की अब तक की सबसे बड़ी GST फ्रॉड: 335 फर्जी फर्मों से 5478 करोड़ का कारोबार, SIT की जांच में सामने आया बड़ा घोटाला

मुरादाबाद

up gst fraud 989 crore diary 335 fake firms turnover sit investigation

मुरादाबाद


बरेली में उद्योगपति के घर बोरों में भरे मिले छह करोड़, नोट गिनने में फेल हुई मशीन, 10 घंटे तक मचती रही गिनती की खटर-पटर

बरेली

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संभल में इंडिया फ्रोजन और बरेली में मारिया फ्रोजन पर कसेगा सरकारी शिकंजा, ED-IT की संयुक्त कार्रवाई से मीट कारोबारियों में हड़कंप

बरेली

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