NSG यानि कि न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप। ये एक ऐसा ग्रुप है जो परमाणु हथियारों के विस्तार को रोकने और कम करने के लिए बाध्य है। इस ग्रुप में 48 देश शामिल हैं और ये सभी नाभिकीय निरस्त्रीकरण के लिए कार्य करते हैं। इनकी कोशिश रहती है कि न्यूक्लियर हथियार बनाने योग्य सामग्री के निर्यात एवं पुनः हस्तान्तरण को नियन्त्रित किया जा सके और भविष्य में इसको बंद भी किया जा सके। इस समूह का वास्तविक लक्ष्य यह है कि जिन देशों के पास नाभिकीय क्षमता नहीं है वे इसे अर्जित न कर सकें। यह समूह ऐसे परमाणु उपकरण, सामग्री और टेक्नोलॉजी के निर्यात पर रोक लगाता है जिसका प्रयोग परमाणु हथियार बनाने में होना है और इस प्रकार यह परमाणु प्रसार को रोकता है।
इस समूह का गठन 1974 को किया गया था और इसकी पहली समिट 1975 में हुई थी। यह समूह सैद्धांतिक रूप से केवल परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर करने वाले देशों के साथ परमाणु उयापार की अनुमति देता है। लेकिन इस बार इस समूह ने भारत को विशेष छूट देकर ऐतिहासिक फैसला किया है। भारत एनएसजी में शामिल होने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहा है, लेकिन कई देश की मंजूरी मिलने के बाद भी चीन अभी भी अड़ंगा डाल रहा है।